यदि शुद्ध शहद हो तो उसके गुणों के बारे क्या कहना सभी प्रकार के गुणों से परिपूर्ण होता है शुद्ध शहद ।शुद्ध शहद जंगल में अनेक वृक्षों के फूलों के रस पान करके तैयार हुआ शुद्ध शहद में कफ, विष, रक्तपित्त, प्यास और हिचकी को खत्म करने वाले गुण होते हैं। नया शुद्ध शहद ताकत बढ़ाने वाला और थोड़ी मात्रा में कफ को नष्ट करने वाला होता है। वहीं पुराना शुद्ध शहद कब्ज, चर्बी और मोटापा नष्ट करने वाला होता है।आज हम आपको शुद्ध शहद की पहचान और उसके गुण धर्मों के बारे में विस्तार से बताएंगे।
शहद को पहचानने के लिए अलग-अलग लोगों ने अपनी-अपनी तरीका अपनाया हुआ है।मगर हम जो जानते हैं वह यह है कि असली शहद को पानी में डालने के बाद शहद सीधा तार के तरह धार बनकर पानी के नीचे जाकर बैठ जाता है। काफी देर तक वह पानी में नहीं घुलता। मेरे हिसाब से सबसे सटीक और सरल शहद को परीक्षण करने का यही उत्तम विधि है।
जैसे यदि किसी को बलगमी खांसी हो रही है तो रोगी को जो भी दवाई दिया जाए उसको शहद में मिलाकर चटानी चाहिए।
नकली शहद बनाने के लिए ज्यादातर लोग मधुमक्खी के बक्से के आसपास थाली में चीनी को रखते हैं। चीनी को खाने के लिए मधुमक्खी थाली में चली जाती है। उसी रस को लेकर वह मधुमक्खी वक्से में आती है। और वही चीज शहद का रूप ले लेता है। वह देखने पर शहद जैसा ही लगता है। लेकिन इसमें शहद का कोई गुण नहीं होता इस को तैयार करने में ज्यादा समय भी नहीं लगता बस ज्यादातर शहद बनाने वाली कंपनी इस डुप्लीकेट तरीका को अपनाती है।
यदि शहद शुद्ध होगा उसमें किसी प्रकार का केमिकल नहीं डाला गया होगा ऐसा शायद हमने कलेक्शन किया है और पहले से ही हम शुद्ध शहद को कलेक्शन करते आ रहे हैं हमने फ्रीज में उस शहर को रखा जिसको अपने हाथों से मधुमक्खी के छत्ते से शहद को निकाला था तो कुछ दिन के बाद वह शहद पूरी तरह से जम गया और अभी जब उसको बाहर रखा है तो भी वह वैसा ही जमा हुआ है हालांकि उस शहद में किसी प्रकार का केमिकल मिलाने का तो सवाल ही नहीं है क्योंकि उसको हमने खुद अपने हाथों से निकाला हुआ है उसके बगल में हमने बाजारू शहद को भी रखा जिसको कंपनी वाले शुद्ध शहद कहकर अपने दावा करती है लेकिन वह शायद अभी तक जमा नहीं है।
इसका मतलब यह हुआ यदि केमिकल रहित शुद्ध शहद है तो वह जम जाता है हेलन की कंपनी वाले शुद्ध शहद भी हो तो उसमें केमिकल जरुर डालते हैं क्योंकि लंबे समय तक उसको सुरक्षित रखना होता है हालांकि शहद कभी खराब नहीं होता लेकिन फिर भी कंपनी वालों का अपना कुछ हिसाब किताब होता होगा बहरहाल सभी कंपनी वालों के शुद्ध शहद भी है तो भी मुझे लगता है फ्रिज में रखने से नहीं जमेगा यदि कोई आर्टिफिशियल तरीका से शहद बनाता है तो वह भी जम जाता है मगर शुद्ध शहद और आर्टिफिशियल शहद के जमने के तरीका में अंतर दिखाई देगा शुद्ध शहद जहां जमने के बाद कुछ कुछ घी जैसा दिखता है। मगर अशुद्ध तरीका से बनाया हुवा शहद जब जम जाता है तो ऐसा दिखता है जैसे किसी ने गुण में घी डाल कर रखा है।
यदि गुणों के आधार पर शहद को देखोगे तो जंगल में तैयार हुआ शुद्ध शहद ही गुणकारी होता है। क्योंकि उसमें सभी प्रकार के फूलों के रस विद्यमान रहता है। मगर जो लोग मधुमक्खी के पालन करते हैं वह अलग-अलग विशेष फूलों के सीजन पर मधुमक्खी से शहद कलेक्शन कराते हैं। ऐसे में किसी एक खास गुण वाले फूल का ही टेस्ट और प्रभाव आपको उस शहद में दिखेगा।
शुद्ध शहद खरीदने के लिए आपको गांव में जाना पड़ेगा जहां पर लोग अपने घर में शुद्ध शहद तैयार करते हैं। ज्यादातर पहाड़ी एरिया में आपको शुद्ध शहद मिल सकता है। क्योंकि पहाड़ों में बड़े बड़े घने जंगल होते हैं। और जंगल के फूलों से मधुमक्खी शहद को एकत्रित करती है।वहां के लोग उसको निकालकर बाजार में बेचते हैं यदि ऐसा संभव हो सके तो आयुर्वेदिक दवाई बनाने में इस तरह के शहद का बहुत अच्छा प्रभाव होता है।
यदि आप से यह कार्य संभव नहीं है तो हम इसी तरह के लोगों से शहद को कलेक्शन करके आप जैसे लोगों तक पहुंचाने का कार्य करते हैं।यदि आपको शुद्ध शहद चाहिए तो नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप शुद्ध शहद को हम से मंगवा सकते हैं।
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